Azadi ka Amrut MahotsavAzadi ka Amrut Mahotsav

Azadi ka Amrut Mahotsav: PM Narendra Modi 12 मार्च दिन शुक्रवार को अहमदाबाद के साबरमती आश्रम से स्वतंत्रता मार्च की पदयात्रा को हरी झंडी दिखाकर आजादी के अमृत महोत्सव की शुरुआत की। PM मोदी आजादी का अमृत महोत्सव (India@75) के अनेक कार्यक्रमों का उद्घाटन के साथ साथ प्रधानमंत्री आजादी के अमृत महोत्सव से संबंधित अनेक डिजिटल और सांस्कृतिक कार्यक्रमों का भी उद्घाटन किया और साथ ही अहमदाबाद के साबरमती आश्रम में उपस्थित जनता को संबोधित किया।

आजादी का अमृत महोत्सव (India@75) की शुरुआत के इस पावन अवसर पर अहमदाबाद के साबरमती आश्रम में गुजरात के राज्यपाल आचार्य देवव्रत, केंद्रीय राज्यमंत्री प्रहलाद सिंह पटेल और गुजरात के मुख्यमंत्री विजय रूपाणी भी उपस्थित रहे। Azadi ka Amrut Mahotsav कार्यक्रम 12 मार्च दिन शुक्रवार सुबह साढ़े 10 बजे से सुरु होकर आजादी के 75 साल पूरा होने तक चलेगा।

 

Azadi ka Amrut Mahotsav 

आजादी का अमृत महोत्सव क्या है ?

15 अगस्त 2022 को भारत अपनी आजादी के 75 साल पूरे करने जा रहा है और आजादी का अमृत महोत्सव (Azadi ka Amrut Mahotsav) भारत के स्वतंत्रता की 75वीं वर्षगांठ मनाने के लिए भारत सरकार द्वारा आयोजित कार्यक्रमों की एक व्यापक श्रृंखला है। आजादी का अमृत महोत्सव सम्पूर्ण भारत की भागीदारी की भावना के साथ एक जन जन के उत्सव के रूप में सरकार द्वारा मनाने का निश्चय लिया गया है।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी साबरमती आश्रम से चलकर नवसारी के दांडी तक जाने वाले 81 पदयात्रियों को झंडी दिखाकर रवाना करेंगे। यह पदयात्रा 241 मील यानि की कुल 390 किमी लंबी होगी और यह 25 दिन चलने के बाद 5 अप्रैल2021 को समाप्त होगी।

Azadi ka Amrut Mahotsav का यह कार्यक्रम 75 सप्ताह तक चलेगा। इसकी शुरुआती 12 मार्च 2021 से हो रही है और इसका समापन 15 अगस्त 2022 को 75 सप्ताह पूर्ण होने पर किया जा रहा है। इस महोत्सव पर आयोजित किए जाने वाले सभी कार्यक्रमों की नीतियों को बनाने और कार्यक्रमों की योजनाओं को सुचारु रूप से चलने के लिए गृहमंत्री की अमित शाह की अध्यक्षता में एक राष्ट्रीय क्रियान्वयन समिति बनाई गई है जो आजादी के अमृत महोत्सव के क्रियान्वय का निति निर्धारण का कार्य करेगी।

 

आजादी का अमृत महोत्सव
आजादी का अमृत महोत्सव

“Azadi ka Amrut Mahotsav” की शुरुआत 12 मार्च को ही क्यों?

आजादी का अमृत महोत्वसव के कार्यक्रम की शुरुआत के लिए 12 मार्च का दिन इसलिए चुना गया क्योंकि इसी दिन राष्ट्रपिता महात्मा गांधी ने अंग्रेजों द्वारा नमक के ऊपर कर लगाए जाने के खिलाफ दांडी यात्रा की शुरुआत की थी।

महात्मा गाँधी ने अहमदाबाद के अपने साबरमती आश्रम से 390 किमी दूर स्थित दांडी गांव की यात्रा 25 दिन में पूरी की और उन्होंने 6 अप्रैल 1930 को नमक हाथ लेकर अंग्रेजों द्वारा लाया गया नमक विरोधी कानून तोड़ा था।

Prime minister Modi ने आज आजादी का अमृत महोत्वसव कार्यक्रम के बारे में ट्वीट करते हुए कहा कि भारत के गौरवशाली इतिहास में 12 मार्च का दिन विशेष है क्योकि इसी दिन साल 1930 में राष्ट्रपिता महात्मा गांधी के नेतृत्व में दांडी मार्च की शुरुआत हुई थी।

 

आजादी का अमृत महोत्सव का पूरा कार्यक्रम

Full program of Azadi ka Amrut Mahotsav

आजादी की 75वीं वर्षगांठ (India@75) पर होने जा रहे आजादी का अमृत महोत्सव के निश्चित किए गए कार्यक्रमों का उद्घाटन शुक्रवार दिनांक 12 मार्च 2021 से सुरु होगा इनमें फिल्म, गायन, वेबसाइट, आत्मनिर्भर चरखा तथा आत्मनिर्भर इन्क्यूबेटर आदि कार्यक्रम शामिल हैं।

आजादी के अमृत महोत्सव के इन कार्यक्रमों में देश की अद्वितीय भावना का उत्सव भी देखने को मिलेगा साथ ही बड़े सांस्कृतिक कार्यक्रम भी आयोजित किए जाएंगे जिसमे संगीत, नृत्य, प्रवचन, प्रस्तावना पठन आदि देश की विभिन्न भाषाओं में दिखाया जायेगा। युवाशक्ति कार्यक्रम में भारत के भविष्य के रूप में दिखाते हुए गायक वृन्द में 75 स्वर के साथ-साथ 75 नर्तक होंगे.

इस कार्यक्रम की शुरुआत 12 मार्च, 2021 को पूरे भारत में एक साथ सभी राज्य तथा केंद्र शासित प्रदेशों की सरकारें कार्यक्रम आयोजित करा रही हैं. इन कार्यक्रमों में देश के कई बड़े मंत्रालयों के अलावां भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण तथा भी शामिल है।

Amrut Mahotsav
Amrut Mahotsav

 

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