उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने आज मुख्यमंत्री बाल सेवा योजना की शुरुआत की। mukhyamantri bal seva yojana में कोरोना की वजह से अनाथ और बेघर हुए बच्चों को लाभ देने की उत्तर प्रदेश सरकार की योजना है। मुख्यमंत्री बाल सेवा योजना में इन बच्चो के भरण-पोषण, उनकी शिक्षा और सुरक्षा के लिए प्रावधान है। तो आइये जानते है की mukhyamantri bal seva yojana kya hai?
उत्तर प्रदेश मुख्यमंत्री बाल सेवा योजना
mukhyamantri bal seva yojana kya hai?
कोरोना महामारी में अनाथ हुए बचो के लिए उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने 22 जुलाई 2021 दिन गुरुवार को मुख्यमंत्री बाल सेवा योजना का शुभारंभ किया। इस योजना में कोरोना में अनाथ हुए बच्चों के पालन-पोषण और पढ़ाई तक की व्यवस्था है। इस योजना में शामिल होने के लिए परिवार की अधिकतम आयु तीन लाख वार्षिक होनी चाहिए।
किसके लिए है मुख्यमंत्री बाल सेवा योजना
कोरोना महामारी में ऐसे अनेक बच्चे हैं जिनके माता-पिता दोनों इस महामारी से चले गए हो या परिवार का पालन पोषण करने वाले की मृत्यु हो गई हो। ऐसे ही बच्चो की सहायता के लिए उत्तर प्रदेश की योगी सरकार ने मुख्यमंत्री बाल सेवा योजना की शुरुआत की।
मुख्यमंत्री बाल सेवा योजना के फायदे
इस योजना में 18 वर्ष तक बच्चों के पालन-पोषण व पढ़ाई की व्यवस्था की गई है। 11 वर्ष से 18 वर्ष तक के बच्चों की 12वीं तक की शिक्षा फ्री होगी। योजना में शामिल होने के लिए परिवार की अधिकतम आयु तीन लाख वार्षिक होनी चाहिए। योजना में प्रति बच्चा प्रति माह चार हजार मिलेगा। शादी योग्य बालिकाओं को शादी के एक लाख एक हजार दिए जाएंगे।
आर्थिक मदत का प्रावधान
उत्तर प्रदेश की योगी सरकार की तरफ से मुख्यमंत्री बाल सेवा योजना के तहत हर बच्चे को 4000 रुपये प्रति महीने भत्ते के रूप में दिया जायेगा। साथ ही mukhyamantri bal seva yojana के अंतरगत शादी के योग्य लड़कियों को शादी के लिए 1 लाख 1 हजार रुपये की राशि दी जाएगी।
कितने बच्चो को मिलेगा लाभ
मिडिया रिपोर्ट में बताया जा रहा है कि राज्य में मुख्यमंत्री बाल सेवा योजना के तहत लगभग 4050 बच्चों को लाभ मिलेगा। बताया जा रहा है की प्रदेश में 240 बच्चे ऐसे हैं जिनके माता और पिता दोनों की मृत्यु हो चुकी है। साथ ही 3810 बच्चे ऐसे हैं जिनके माता-पिता में से किसी एक की मौत कोरोना की वजह से हुई है। इन सभी बच्चो को मुख्यमंत्री बाल सेवा योजना का लाभ मिलेगा।
50 बच्चे को योजना का लाभ देकर मुख्यमंत्री बाल सेवा योजना की शुरुआत
CM योगी आदित्यनाथ ने अपने हाथो से 50 बच्चे को योजना का लाभ देकर मुख्यमंत्री बाल सेवा योजना की शुरुआत की। इसमें चार ऐसे बच्चे शामिल थे जिनके माता-पिता दोनों की मौत कोरोना महामारी के दौरान हुई। इसमें एक बच्चा ऐसा है जिसकी सिर्फ माता का निधन हुआ है। इस योजना का शुरुआती लाभ पाने वाले अन्य 45 बच्चे वो हैं जिनके पिता की मृत्यु कोरोना संक्रमण के कारण हुई।
प्रदेश में जो आंकड़े सामने आए उनमें मार्च 2020 सेअब तक 240 बच्चे ऐसे थे जिन्होंने माता-पिता दोनो को कोरोना के कारण खोया है। 3,810 बच्चों ने माता, पिता या लीगल गार्जियन को खोया है। कुल 4050 बच्चे चिन्हित किए गए: ‘उत्तर प्रदेश मुख्यमंत्री बाल सेवा योजना’ की शुरुआत के अवसर पर CM pic.twitter.com/ozKppqYqim
— ANI_HindiNews (@AHindinews) July 22, 2021
बाल सेवा योजना के महत्वपूर्ण विन्दु
• अनाथ बच्चों को सरकारी बाल देखरेख संस्थाओं में निशुल्क आवास की व्यवस्था।
• 0-18 साल तक के बच्चों के अभिभावकों या उनकी देखरेख करने वालों को को चार हजार रुपये प्रति माह का भत्ता।
• 11-18 साल के सभी बच्चों की कक्षा 12 तक की निशुल्क शिक्षा
• कस्तूरबा गांधी बालिका और अटल आवासीय विद्यालयों में व 12000 रुपये प्रतिवर्ष दिया जायेगा।
• लड़कियों के विवाह हेतु बालिग होने पर 1,01,000 रुपये का आर्थिक सहयोग।
• कक्षा-9 या इससे ऊपर व्यावसायिक शिक्षा प्राप्त कर रहे 18 वर्ष तक के बच्चों को फ्री में टैबलेट या लैपटॉपदिया जायेगा।
• बालिग होने तक बच्चों की चल-अचल संपत्ति की कानूनी सुरक्षा।