UP Election 2022 News: अब देश के सबसे बड़े राज्य उत्तर प्रदेश के चुनाव में बस कुछ ही दिन बचे है। ऐसे में अब चुनाव से पहले कई पुरानी कहानिया दिमाग में याद आ जाती है। इसमें पहली कहानी Kalyan Singh और Atal Bihari Vajpayee के बीच हुई बहस की है जिसका जिक्र के बिना उत्तर प्रदेश असेम्बली चुनाव 2022 की हर कहानी अधूरी है। कल्याण सिंह BJP के पिछड़ों और हिंदुत्व की राजनीति के पोस्टर बॉय थे। वैसे तो उत्तर प्रदेश की राजनीति के कई रंग और अनेको किरदार है लेकिन कल्याण सिंह की बात ही कुछ और थी। आइये जानते है आखिर वह कौन सी बात थी जिस पर कल्याण सिंह इने अटल बिहारी वाजपेयी को बीच मीटिंग में सुनाई थी खरी-खरी!
UP Election 2022 News
यह बात 1991 की है जब में UP में पहली बार Bharatiya Janata Party (BJP) की सरकार बनी थी। कल्याण सिंह पूर्ण बहुमत के साथ बीजेपी की पहली सरकार के मुख्यमंत्री बने। बीजेपी की सरकार बनाने के कुछ समय बाद लखनऊ में बीजेपी पदाधिकारियों की एक बैठक हुई जिसमे अटल बिहारी वाजपेयी भी मौजूद थे। पदाधिकारियों की भरी बैठक में कल्याण सिंह ने अटल बिहारी वाजपेयी से दो टूक कह दिया था कि आपका हिंदुत्व खोखला है। आइये जानते है की वो कौन सी बात थी जिस पर कल्याण सिंह अटल जी से इतने खफा थे कि उन्हें इस तरह के शब्दों का प्रयोग करना पड़ा।
कल्याण ने अटल से कहा आपका हिंदुत्व खोखला है!
आपको बता दें कि एक बार 1991 में कल्याण के सीएम रहते समय अटल बिहारी वाजपेयी एक बार लखनऊ दौरे पर आए हुए थे। अटल जी के साथ पदाधिकारियों की उस बैठक में कल्याण सिंह भी मौजूद थे। कल्याण ने बैठक के बीच अपनी बात रखते हुए सीधे शब्दों में अटल जी से कहा कि “साहब! समाज में समानता और समरसता नहीं होगी तो आप हिंदू समाज की कल्पना नहीं कर सकते अगर ये नहीं है तो आपका हिंदुत्व खोखला है” कल्याण सिंह ने आगे कहा की राम की मदद किसने की? राम के साथ कौन थे? वे सब पिछड़े वर्ग लोग थे। भगवन राम के साथ आदिवासी, दलित, भील सब मिलकर साथ थे। उन्होंने कहा की सबको साथ लाए बिना हिंदू समाज की कल्पना नहीं की जा सकती।
कल्याण और पंडित दीनदयाल उपाध्याय की कहानी!
उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री कल्याण सिंह एक घटना का जिक्र हमेशा किया करते थे। कल्याण सिंह का कई बार इंटरव्यू ले चुके वरिष्ठ पत्रकार बृजेश शुक्ला बताते हैं कि एक बार कल्याण सिंह पंडित दीनदयाल उपाध्याय के साथ कहीं जा रहे थे। रास्ते में एक गड्ढा पड़ा जिसमें पंडित जी गिर गए। पंडित जी ने कल्याण सिंह से कहा कि थोड़ा हम हाथ ऊपर करेंगे थोड़ा तुम हाथ बढ़ाओ हमें निकाल लो। कल्याण सिंह कहते थे कि वह मेरे लिए मंत्र बन गया कि थोड़ा हम (पिछड़ा) हाथ ऊपर करें और थोड़ा वे (सवर्ण) झुकें तो समाज में समानता आएगी। कल्याण सिंह कहते है की यही से उनके मन में पिछड़ों के उत्थान की विचारधारा बनी।
UP में RSS की बड़ी तलाश थे कल्याण सिंह!
90 के दशक में आरएसएस को यूपी में एक ऐसे चेहरे की तलाश थी जो हिंदुत्व के साथ-साथ पिछड़े वर्ग की राजनीति भी कर सके। UP में RSS की बड़ी तलाश थे कल्याण सिंह। कल्याण सिंह खुद पिछड़ा समाज से थे और वे जीवन भर इसी दिशा पर काम करते रहे। उनका एक ही उदेश्य था कि कैसे पिछड़े वर्ग को हाशिये से उठाकर मुख्य धारा से जोड़ा जाए। वह हमेशा कहा करते थे कि पिछड़ों को बराबर लाये बिना समाज पूर्ण नहीं होगा और समाज में समानता और समरसता नहीं होगी तो आप हिंदू समाज की कल्पना नहीं कर सकते: UP Election 2022 News.