मथुरा पर योगी सरकार का ऐतिहासिक फैसला: उत्तर प्रदेश सरकार ने मथुरा और वृंदावन में कृष्ण जन्मभूमि को लेकर एक बड़ा और ऐतिहासिक फैसला किया है। योगी सरकार ने कृष्णा जन्मभूमि के 10 वर्ग किलोमीटर के इलाके को तीर्थस्थल घोषित कर दिया है। तीर्थस्थल घोषित किये गए इस 10 वर्ग किलोमीटर के इलाके में 22 नगर निगम वार्ड क्षेत्र आते हैं।
आपको बता दे की जिसे तीर्थस्थल घोषित किया गया है वही पिछले महीने उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मथुरा में उसी स्थान पर जन्माष्टमी मनाई थी। कृष्ण जन्मभूमि के आस-पास 10 वर्ग किलोमीटर के इलाके को तीर्थस्थल घोषित किए जाने का यह फैसला काफी महत्वपूर्ण माना जा रहा है। क्योकि लोगो का मानना है की योगी जी राममंदिर के तौर पर कृष्णा जन्मभूमि का विवाद भी सुलझा लेंगे।
मथुरा पर योगी सरकार का ऐतिहासिक फैसला
आपको बता दे की मथुरा के इस कृष्ण जन्मभूमि मंदिर को कई बार मुस्लिम आक्रांताओं द्वारा तोडा गया था। कृष्ण जन्मभूमि मंदिर की भव्यता इतनी शानदार थी की इससे चिढ़कर औरंगजेब ने सन 1669 में इस मंदिर को तुड़वा दिया। मंदिर को तोड़ने के साथ साथ औरंगजेब ने इसके एक भाग पर मस्जिद का निर्माण करा दिया जो आज भी मौजूद है।
कृष्णा जन्माष्ठमी के मौके पर उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ मथुरा के कृष्ण जन्मभूमि मंदिर पहुंचे थे जहां उन्होंने मंदिर परिषर में पूजा अर्चना की तथा कृष्ण जन्मोत्सव लिया था। CM Yogi के मथुरा के कृष्ण जन्मभूमि मंदिर में जाने को लेकर कयासों का बाजार गर्म हो गया है। विशेषज्ञों का मानना है की योगी जल्द से जल्द इस कृष्ण जन्मभूमि मंदिर के विवाद को हल करना चाहते है।
कृष्ण जन्मभूमि को तीर्थस्थल घोषित करना क्यों है ऐतिहासिक फैसला?
इस समय उत्तर प्रदेश में तीर्थस्थलों के विकास का कार्य तेज गति से चल रहा है। अयोध्या, वाराणसी, मथुरा आदि तीर्थस्थलों में आधुनिक सुविधाएं पहले से काफी बेहतर हो चुकी है। आप जानते हैं की अयोध्या में डेढ़ साल पहले आए सुप्रीम कोर्ट के फैसले के भव्य राम मंदिर का निर्माण तेजी हो रहा है। लोगो का ये भी मानना है कि साल 2024 से पहले तक अयोध्या में भव्य राम मंदिर का निर्माण पूरा हो जाएगा।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के संसदीय छेत्र वाराणसी में भी काशी विश्वनाथ कॉरिडोर का काम चल रहा है। कशी विश्वनाथ कॉरिडोर प्रधानमंत्री मोदी का ड्रीम प्रोजेक्ट है और इसके भी जल्द पूरा होने की उम्मीद है। इस कॉरिडोर के पूरा होने के बाद मंदिर के आसपास का इलाका और भी भव्य और सुन्दर हो जाएगा और भक्त बिना किसी परेशानी के मंदिर में बाबा विश्वनाथ के दर्शन कर सकेंगे।
कृष्ण जन्मभूमि को तीर्थ स्थल घोषित करने के मायने!
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की सरकार ने एक बड़ा और ऐतिहासिक फैसला लेते हुए मथुरा के आस-पास 10 वर्ग किलोमीटर के क्षेत्र को तीर्थ स्थल घोषित कर दिया है। इसमें आने वाले नगर निगम के सभी 22 वार्डों में अब शराब और मांस की बिक्री पर पूरी तरह से प्रतिबंध लगा।
आपको बता दे की मुख्यमंत्री ऑफिस ने अपने अधिकारिक ट्विटर अकाउंट से ट्वीट कर इसकी जानकारी दी। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री ऑफिस के ऑफिसियल ट्वीटर अकाउंट (CM Office, GoUP) द्वारा किये गए ट्वीट में कहा गया क़ि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मथुरा-वृंदावन में कृष्ण जन्म स्थल को केंद्र में रखकर 10 वर्ग कि.मी. क्षेत्र के कुल 22 नगर निगम वार्ड, क्षेत्र को तीर्थ स्थल के रूप में घोषित किया है।
#UPCM श्री @myogiadityanath जी ने मथुरा-वृंदावन में श्री कृष्ण जन्म स्थल को केंद्र में रखकर 10 वर्ग कि.मी. क्षेत्र के कुल 22 नगर निगम वार्ड, क्षेत्र को तीर्थ स्थल के रूप में घोषित किया है।
@spgoyal @sanjaychapps1 @74_alok pic.twitter.com/wS6P6SnRYN— CM Office, GoUP (@CMOfficeUP) September 10, 2021