संसद के मानसून सत्र के सुरु होते ही अब कृषि कानूनों (agricultural laws) के खिलाफ जारी किसानों के आंदोलन का नया पड़ाव दिल्ली का जंतर-मंतर हो गया है। किसान प्रदर्शनकारी आज से दिल्ली के जंतर मंतर पर अपना डेरा जमाएंगे और किसान संसद लगाएंगे। देश के कई किसान संगठनों के मुताबिक जब तक संसद का मॉनसून सत्र जारी रहेगा तब तक Jantar Mantar पर हर रोज़ किसान संसद लगाएंगे।
#WATCH दिल्ली: कृषि क़ानूनों के ख़िलाफ़ विरोध प्रदर्शन करने के लिए किसान बसों के जरिए सिंघु बॉर्डर से जंतर मंतर पहुंचे। pic.twitter.com/VtmYiJi1Yw
— ANI_HindiNews (@AHindinews) July 22, 2021
Kisano ka Jantar Mantar par pradarsan:
दिल्ली पुलिस से बातचीत के बाद आज से किसान जंतर मंतर पर प्रदर्शन करेंगे और अपनी किसान संसद भी लगाएंगे। तो आइए जानते है इस मुद्दे पर राजनैतिक दलों और उनके नेताओं की क्या प्रतिक्रिया रही।
किसान आंदोलन पर सरकार का रुख
Kisano ka Jantar Mantar par pradarsan आज सुरु हो गया है। सरकार ने भी अपना रुख साफ कर दिया है की वो बात-चीत के लिए तैयार है। सरकार ने ये भी कहा की कृषि बिल में जो भी कमिया है उसे हम बातचीत के जरिये हल करेंगे।
कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने कहा सरकार बातचीत को तैयार!
कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने एक बार फिर कहा है की किसान संगठनो को जिन मुद्दों पर परेशानी है वो हमारे सामने उठा सकते और हम उसे बातचीत के जरिये हल करने की कोशिश करेंगे। उन्होंने कहा ” हमने किसानों से नए कृषि क़ानूनों के संदर्भ में बात की है। किसानों को कृषि क़ानूनों के जिस भी प्रावधान मे आपत्ति हैं वे हमें बताए, सरकार आज भी खुले मन से किसानों के साथ चर्चा करने के लिए तैयार है”
हमने किसानों से नए कृषि क़ानूनों के संदर्भ में बात की है।किसानों को कृषि क़ानूनों के जिस भी प्रावधान मे आपत्ति हैं वे हमें बताए, सरकार आज भी खुले मन से किसानों के साथ चर्चा करने के लिए तैयार है: केंद्रीय कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर pic.twitter.com/KFewSCz7X5
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केंद्रीय मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी का बयान
केंद्रीय मंत्री और भाजपा सांसद मुख्तार अब्बास नकवी ने किसान कहा की “मुद्दों, तथ्यों और तर्कों को लेकर किसी भी आंदोलन का स्वागत है लेकिन किसानों के कंधे पर बंदूक रखकर किस मुद्दे पर कुछ लोग आंदोलन करना दिखा रहे हैं। Union Minister Mukhtar Abbas Naqvi ने कहा की सरकार चाहती है की आप आईये और जो मुद्दे आपके पास हैं उन पर बात करिए लेकिन मुद्दे हैं नहीं।
मुद्दों, तथ्यों और तर्कों को लेकर किसी भी आंदोलन का स्वागत है लेकिन किसानों के कंधे पर बंदूक रखकर किस मुद्दे पर कुछ लोग आंदोलन करना दिखा रहे हैं। सरकार ने कहा कि आप आईये जो मुद्दे आपके पास हैं उन पर बात करिए, मुद्दे हैं नहीं: केंद्रीय मंत्री और भाजपा सांसद मुख्तार अब्बास नकवी pic.twitter.com/J4x7O94tZt
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किसान आंदोलन पर विपक्ष का रुख
किसान आंदोलन पर बिपक्ष लगातार सरकार पर हमलावर है और वह किसानो के साथ खड़ा नजर आ रहा है। विपक्ष भी सरकार से किसानो के मुद्दों पर दो दो हाथ करने के लिए तैयार है। इसका अंदाजा आप विपक्षी नेताओ के बयान से लगा सकते है।
राहुल गाँधी ने क्या कहा?
कांग्रेस के नेता Rahul Gandhi ने कृषि कानूनों के विरोध में प्रदर्सनकारिओ के साथ खड़े नजर आये और नए कृषि क़ानूनों को रद्द किए जाने के विरोध में हो रहे प्रदर्शन में हिस्सा लिया। राहुल गाँधी ने कहा की किसानो की बात सुनी जानी चाहिए और इन कानूनों को सरकार द्वारा वापस लिया जाना चाहिए।
#WATCH दिल्ली: कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने नए कृषि क़ानूनों को रद्द किए जाने के विरोध प्रदर्शन में हिस्सा लिया। pic.twitter.com/oQVVKgmy9b
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विपक्ष के नेता अधीर रंजन चौधरी ने क्या कहा?
किसानों द्वारा नए कृषि क़ानूनों के ख़िलाफ़ जंतर मंतर पर होने वाले प्रदर्शन पर कांग्रेस नेता Adhir Ranjan Chowdhury ने कहा कि “कांग्रेस पार्टी किसानों के प्रदर्शन और आंदोलन का पूर्ण रूप से समर्थन करती है और इस मुद्दे पर सदन में चर्चा हो, इसके लिए मैंने स्थगन प्रस्ताव को सदन के स्पीकर को दिया है”
कांग्रेस पार्टी किसानों के प्रदर्शन और आंदोलन का पूर्ण रूप से समर्थन करती है और इस मुद्दे पर सदन में चर्चा हो, इसके लिए मैंने स्थगन प्रस्ताव को सदन के स्पीकर को दिया है: कांग्रेस नेता अधीर रंजन चौधरी, किसानों द्वारा नए कृषि क़ानूनों के ख़िलाफ़ जंतर मंतर पर होने वाले प्रदर्शन पर pic.twitter.com/3GdhPGezAL
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APP सांसद भगवंत मान का बयान
आम आदमी पार्टी के लोकसभा सांसद Bhagavant Man ने कहा की सरकार के पास कृषि कानूनों के वापस लेने के सिवा और कोई विकल्प नहीं है। उन्होंने कहा की नरेंद्र सिंह तोमर बयान देते हैं कि हम किसानों से बातचीत करने के लिए तैयार हैं लेकिन किसान 3 कानूनों को वापस लेने की बात न करें। तो बताइये किसान फिर और क्या बात करें?
कृषि कानूनों के वापस लेने के सिवा और कोई विकल्प नहीं है। नरेंद्र सिंह तोमर बयान देते हैं कि हम किसानों से बातचीत करने के लिए तैयार हैं, बस वे 3 कानूनों को वापस लेने की बात न करें। तो फिर और क्या बात करें?: आम आदमी पार्टी (AAP) के लोकसभा सांसद भगवंत मान pic.twitter.com/fBtY6T7U2N
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कांग्रेस नेता मल्लिकार्जुन खड़गे का बयान
किसानों द्वारा कृषि क़ानूनों के ख़िलाफ़ जंतर मंतर पर होने वाले विरोध प्रदर्शन पर कांग्रेस नेता Malikarjun Khadage ने कहा की “हम किसानों के मुद्दों को सदन में उठा रहे हैं। किसान हमारी रीढ़ की हड्डी है। किसानों के बिना हम जी नहीं सकते। उस आवाज को उठाना ज़रूरी है और हम उठाएंगे”
हम किसानों के मुद्दों को सदन में उठा रहे हैं। किसान हमारी रीढ़ की हड्डी है। किसानों के बिना हम जी नहीं सकते। उस आवाज को उठाना ज़रूरी है और हम उठाएंगे: कांग्रेस नेता मल्लिकार्जुन खड़गे, आज किसानों द्वारा कृषि क़ानूनों के ख़िलाफ़ जंतर मंतर पर होने वाले विरोध प्रदर्शन पर pic.twitter.com/8AoNwxNmlH
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शिरोमणि अकाली दल की नेता हरसिमरत कौर बादल का बयान
पूर्व केंद्रीय मंत्री और शिरोमणि अकाली दल की नेता Harsimrat Kaur Badal ने किसानों के विरोध प्रदर्शन पर कहा की “यह सरकार किसान विरोधी है। किसान पिछले 8 महीनों से विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं। सरकार कहती है कि किसान हमसे बात करें लेकिन क़ानून वापस नहीं होंगे। जब आप ने कृषि क़ानून वापस नहीं लेने है तो किसान आपसे क्या बात करेंगे”
यह सरकार किसान विरोधी है। किसान पिछले 8 महीनों से विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं। सरकार कहती है कि किसान हमसे बात करें लेकिन क़ानून वापस नहीं होंगे। जब आप ने कृषि क़ानून वापस नहीं लेने है तो किसान आपसे क्या बात करेंगे: हरसिमरत कौर बादल, शिरोमणि अकाली दल, किसानों के विरोध प्रदर्शन पर pic.twitter.com/FXC8OC67Mn
— ANI_HindiNews (@AHindinews) July 22, 2021