UP राशन वितरण में कोटेदारों की मनमानी: उत्तर प्रदेश में जहा एक तरफ सरकार लोगो को मुफ्त राशन बाँट रही है वही उत्तर प्रदेश के कई हिस्सों में कोटेदारों की मनमानी जारी है। कई जगहों पर कोटेदार आम जनता को दिए जाने वाले राशन में प्रति यूनिट आधा किलो से लेकर 1 किलो तक की कटौती कर रहे हैं। कई जगहों पर इस बात का बिरोध करने वालों को कोटेदार और उसके चमचों द्वारा धमकिया भी दी जा रही हैं। आइये जानते है UP राशन वितरण में कोटेदारों की मनमानी की पूरी जानकारी।
UP राशन वितरण में कोटेदारों की मनमानी
इस कोरोना महामारी में केंद्र सरकार और उत्तर प्रदेश सरकार मिलकर उत्तर प्रदेश के राशनकार्ड धारकों को हर महीने में 2 बार फ्री में राशन का वितरण कराती है। इसमें राशन कार्ड धारकों को प्रति यूनिट 5 किलो राशन दिया जाता है जिसमे तीन किलो गेहूं व दो किलो चावल शामिल हैं। पिछले कई महीनो से राशन वितरण में कोटेदारों की मनमानी जारी है। राशन प्राप्त लाभार्थिओं ने बताया की कोटेदार प्रति यूनिट आधा किलो से लेकर 1 किलो तक की कटौती कर रहे है। और इसपर कही भी कोई सुनवाई नहीं हो रही है। लाभार्थीओ के अनुसार प्रशासन भी इसपर चुप है।
प्रति यूनिट आधा से 1 किलो तक की कटौती
उत्तर प्रदेश में सरकार द्वारा परिवार में प्रति व्यक्ति 5 किलो का राशन दिया जाता है। अगर आपके परिवार में कुल 10 व्यक्ति (10 यूनिट) है तो आपको उत्तर प्रदेश में 50 किलो (10 * 5) अनाज दिया जाता है। इसमें 30 किलो गेहूं व 20 किलो चावल शामिल हैं। अब इसपर कोटेदारों द्वारा प्रति यूनिट आधा से 1 किलो तक की कटौती कर ली जाती है।
मतलब अगर आपके राशन कार्ड में प्रति यूनिट आधा किलो की कटौती कर ली गई तो आपको 50 की जगह सिर्फ 45 किलो राशन मिलेगा। यानि 5 किलो का राशन सीधे कोटेदार के पास चला जाता है।
ऐसे ही अगर कोटेदार द्वारा प्रति यूनिट 1 किलो की कटौती की गई तो आपको 50 की जगह सिर्फ 40 किलो राशन मिलेगा। बाकि का 10 किलो का राशन सीधे कोटेदार के पास चला जाता है।
राशन वितरण में कटौती से परेशान है लोग
पूर्वांचल में जितने भी लोगो से हमारी बात हुई लगभग सभी जगह हमें राशन वितरण में कटौती की शिकायत मिली। पूछे जाने पर की आप लोगों ने इसके खिलाफ शिकायत क्यों नहीं की, तो लोगो ने बताया की कहा शिकायत करें? और हमारी कौन सुनेगा क्योकि प्रशासन भी इस मुद्दे पर चुप है। कई लोगो ने नाम ना बताने की शर्त पर कहा की हमने ऊपर सम्बंधित अधिकारी से शिकायत की है लेकिन कोई कार्यवाही नहीं होती। गांव के कई राशन कार्ड धारक तो कोटेदार और प्रधान से डर के मारे कोई शिकायत नहीं करते है।
राशन वितरण कटौती में बड़े अधिकारी भी शामिल!
गांव में लोगो ने यहाँ तक कह दिया की इस राशन वितरण कटौती में सिर्फ कोटेदार हो नहीं कई बड़े अधिकारी भी शामिल है। कई जगहों पर तो लोगो ने ग्राम प्रधान पर भी आरोप लगाए। लोगो ने कहा की कोटेदार और प्रधान मिलकर ये कार्य करते है। और फिर यही से कटौती किये गए राशन का कमीशन सम्बंधित उच्च अधिकारिओं को जाता है। ऐसे में गांव के आम लाभार्थी के लिए सबसे बड़ी समस्या ये हैं की वो शिकायत भी करे तो किससे? अगर इन सभी बातो और परिस्थितिओं को दरकिनार कर वो शिकायत करने की हिम्मत भी जुटाता है तो उसे ग्राम प्रधान और अधिकारिओं द्वारा डरा धमकार चुप करा दिया जाता है।
राशन कटौती पर कोटेदार की दलील!
इस कटौती को लेकर जब हमने कई कोटेदारों से बातचीत की तो वे आनाकानी करते दिखे और कुछ भी बोलने से बचते रहे। लेकिन गांव के अन्य लोगो ने बताया की कटौती के बारे में पूछने पर कोटेदार कहता हैं की यही कटौती से ही उसकी कुछ बचत होती है। गांव वालों ने बताया की कोटेदार कहता है की सरकार उसे कुछ नहीं देती इसलिए ये कटौती करनी पड़ती है। कई कोटेदारो ने तो यहाँ तक कह दिया की उन्हें ऊपर से कटौती करने के आदेश हैं। अब सबसे बड़ा सवाल ये हैं की आम जनता किससे शिकायत करे।
यहाँ करे राशन से सम्बंधित शिकायत?
अगर आप भी उत्तर प्रदेश के निवासी हैं और आपके भी ग्राम सभा में राशन वितरण में किसी भी प्रकार की धांधली हो रही है तो आप भी निचे दिए गए हेल्पलाइन नंबर पर संपर्क कर सकते है। ये नंबर पूरी तरह से टोल फ्री है। मतलब इस नंबर पर फ़ोन करने पर आपका कोई पैसा नहीं लगेगा और आपका नाम पता भी गुप्त रखा जायेगा।
Contact Details
Phone Nos. : 18001800150
Email : up.fncs@gmail.com
Commissioner: Manish Chauhan
Email : up.fncs@gmail.com
Phone No: 05222286049
Chief Minister: Shri Yogi Adityanath
Email : cmup@nic.in
Phone No: 05512239296
Website :
State Food Department Website: https://fcs.up.gov.in/
Grievance Redressal System for E2E PDS: https://cms.up.gov.in/