Dalai Lama 86th birthday: एक तरफ जहां लद्दाख में वास्तविक नियंत्रण रेखा(LAC) पर चीन के साथ जारी तना-तनी बीच प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवार को तिब्बती धर्मगुरु दलाई लामा से बात की और उनके 86 वें जन्मदिन पर उन्हें शुभकामनाएं दीं।
आपको बता दे की यह पहली बार है जब प्रधानमंत्री मोदी ने सार्वजनिक रूप से तिब्बती आध्यात्मिक नेता के जन्मदिन पर उनसे बात की है। ये चीन के लिए एक कड़ा सन्देश माना जा रहा है क्योकि चाइना ने तिब्बती धर्मगुरु दलाई लामा को अपने देश में प्रतिबंधित कर रखा है।
PM Modi ने Dalai Lama से क्या कहा?
भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवार को दलाई लामा के जन्मदिन पर उनसे फ़ोन पर बात की और उन्हें जन्मदिन की सुभकामनाये दी। ये पहली बार है जब इतने सालों के बाद PM मोदी ने खुले तौर पर तिब्बती आध्यात्मिक गुरु के साथ संपर्क को स्वीकार किया है।
प्रधानमंत्री मोदी ने धर्मगुरु Dalai Lama को सुभकामनाए देते हुए लिखा कि “परम पावन दलाई लामा को उनके ८६वें जन्मदिन पर बधाई देने के लिए फोन पर बात की। हम उनके लंबे और स्वस्थ जीवन की कामना करते हैं।”
Spoke on phone to His Holiness the @DalaiLama to convey greetings on his 86th birthday. We wish him a long and healthy life.
— Narendra Modi (@narendramodi) July 6, 2021
PM मोदी द्वारा फ़ोन पर दी गई Dalai Lama 86th birthday wishes का कूटनीतिक महत्त्व!
इस समय जब भारत-चीन संबंध अपने सबसे कठिन दौर से गुजर रहा है तब भारत के प्रधानमंत्री के इस बधाई सन्देश की गूंज बीजिंग सहित पूरी दुनिया में सुनाई देने वाली है। एक्सपर्ट प्रधानमंत्री मोदी द्वारा दी गई Dalai Lama 86th birthday wishes को साधारण नहीं माना जा रहा है इसे तिब्बती मामलों में भारत के विशिष्ट स्थान और चीन के साथ उसके संबंधों को देखते हुए इसका महत्त्व बहुत ज्यादा है।
तिब्बती धर्मगुरु दलाईलामा को फोन कॉल करने और इसकी सार्वजनिक घोषणा करने का कूटनीतिक महत्त्व इसलिए भी बढ़ जाता है क्योंकि चीन दलाई लामा को धर्मगुरु नहीं एक “विभाजनवादी” नेता मनाता है। पिछली सरकारे हमेसा चीनी सरकार की संवेदनशीलता को ध्यान में रखते हुए दलाई लामा से बातचीत से हमेसा दुरी बनाती रहीं हैं।
कई नेताओ ने दी Dalai Lama को birthday wishes
दलाई लामा को जन्मदिन की सुभकामना देने के लिए देश और विदेश से नेताओ का ताता लगा हुआ था। भारत की और से प्रधानमंत्री मोदी , केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी और धर्मेंद्र प्रधान के अलावां दलाई लामा को बधाई देने वाले अन्य लोगों में मुख्यमंत्री पेमा खांडू (अरुणाचल प्रदेश), प्रेम सिंह तमांग (सिक्किम), अरविंद केजरीवाल (दिल्ली), शिवराज सिंह चौहान (मध्य प्रदेश), अमरिंदर सिंह (पंजाब), प्रमोद सावंत (गोवा), कोनराड संगमा (मेघालय) शामिल हैं।
दलाई लामा कौन है?
दलाई लामा एक मंगोलियाई पदवी है। मूल रूप से दलाई लामा एक संन्यासी होते हैं और दलाई लामा का मतलब होता है ज्ञान का महासागर। दलाई लामा के वंशज करूणा, अवलोकेतेश्वर के बुद्ध के गुणों के साक्षात रूप माने जाते हैं जिन्हे तिबती भाषा में चेनेरेजिंग कहा जाता है। दलाई लामा को बोधिसत्व और तिब्बत का संरक्षक माना जाता है।
बोधिसत्व ऐसे ज्ञानी लोग होते हैं जिन्होंने अपने निर्वाण को टाल दिया हो और जो मानवता की सेवा के लिए फिर से जन्म लेने का निश्चय लेते हैं इसलिए उन्हें सम्मान से परमपावन भी कहा जाता है।
इस समय दलाई लामा कौन है?
इस समय दलाईलामा की 14वीं पदवी चल रही है और चौदहवें दलाई लामा तेनजिन ग्यात्सो है जिनका जन्म 6 जुलाई सन 1935 को उत्तर-पूर्वी तिब्बत के ताकस्तेर क्षेत्र में रहने वाले ये ओमान परिवार में हुआ था। जब ते दो वर्ष के थे तभी इनकी पहचान 13 वें दलाई लामा थुबटेन ग्यात्सो के अवतार के रूप में की गई।14वें दलाई लामा ही तिब्बत के राष्ट्राध्यक्ष और आध्यात्मिक गुरू हैं।