Ahmad Massoud kaun hai? आज अफगानिस्तान पर तालिबान का लगभग पूरी तरह से कब्ज़ा हो चूका है। अब बचे सिर्फ एक प्रान्त पंजशीर प्रांत (Panjshir valley) को जीतने के लिए तालिबान ने अभियान शुरू कर दिया है। लेकिन अब तालिबान के सामने अहमद मसूद (Ahmad Massoud) और उसके लड़ाके मोर्चा सम्हाले खड़े है। और तालिबान को कड़ी टक्कर दे रहे है।
पंजशीर प्रांत (Panjshir valley) में तालिबान और उसके लड़ाकों ने अहमद मसूद और अमरुल्ला सालेह (Ahmed Massoud and Amrullah Saleh) को सरेंडर करने या अंजाम भुगतने की चेतावनी दी है। लेकिन तालिबान की चेतावनी पर अहमद मसूद ने कहा कि वे अपने इलाके को तालिबान को सरेंडर नहीं करेंगे और तालिबान को कड़ी टक्कर देंगें।
तो आइये जानते है अहमद मसूद की सम्पूर्ण जीवनी के बारे में की आखिर Ahmad Massoud kaun hai? और Ahmad Massoud Biography in hindi.
Ahmad Massoud kaun hai?
तालिबानियों से टक्कर लेने वाले अहमद मसूद पंजशीर के शेर (Sher of Panjshir) कहे जाने वाले अहमद शाह मसूद (Ahmed Shah Massoud) के बेटे हैं। अहमद मसूद के पिता अहमद शाह मसूद की 20 साल पहले अलकायदा और तालिबान ने मिलकर एक बम विस्फोट में हत्या कर दी थी। इस समय पूरे अफगानिस्तान पर तालिबान के कब्जे के बाद सिर्फ अहमद मसूद के नेतृत्व वाला पंजशीर प्रांत ही तालिबान के पंजे से आजाद बचा है। जिसकी सुरक्षा की बागडोर अहमद मसूद के हाथ में है।
Ahmad Massoud Biography in hindi
अहमद मसूद का जन्म 10 जुलाई 1989 को हुआ था। वे अफगानिस्तान के एक राजनीतिज्ञ हैं और अफ़ग़ानिस्तान के राष्ट्रीय प्रतिरोध मोर्चा (National Resistance Front of Afghanistan) के संस्थापक हैं। उन्हें नवंबर 2016 में मसूद फाउंडेशन के सीईओ के रूप में नियुक्त किया गया था। Ahmad Massoud को 5 सितंबर 2019 को पंजशीर घाटी में उनके पिता के मकबरे पर उन्हें अपने पिता का उत्तराधिकारी घोषित किया गया।
Early life and education of Ahmad Massoud
अहमद मसूद का प्रारंभिक जीवन अफगानिस्तान में गुजरा। उनकी पढाई ईरान में संम्पन हुई। मसूद ने अपनी माध्यमिक स्कूली शिक्षा समाप्त करने के बाद रॉयल मिलिट्री अकादमी सैंडहर्स्ट में एक वर्ष का एक सैन्य पाठ्यक्रम किया। उन्होंने किंग्स कॉलेज लंदन में युद्ध अध्ययन में 2015 में स्नातक की डिग्री प्राप्त की। साथ ही उन्होंने 2016 में लंदन विश्वविद्यालय से अंतर्राष्ट्रीय राजनीति में अपनी मास्टर डिग्री प्राप्त की।
अहमद मसूद के बारे में कुछ महत्वपूर्ण बातें
• अपनी पढाई और ट्रेनिंग करने के बाद अहमद मसूद अफगानिस्तान लौट आया और 2016 में उन्हें मसूद फाउंडेशन का सीईओ नियुक्त किया गया।
• साल 2019 से मसूद ने आधिकारिक तौर पर राजनीति में प्रवेश किया। पंजशीर में पूर्वनिर्धारित कार्यक्रम के साथ उन्हें आधिकारिक रूप से अफगानिस्तान की राजनीति में भागीदारी की।
• मसूद अपने पिता के विचार का समर्थन करते हुए कहा कि सरकार का विकेंद्रीकरण आवश्यक है। वे काबुल से सत्ता का विकेंद्रीकरण देश में प्रांतों को संसाधनों और अधिकार का अधिक कुशल आवंटन करना चाहते है।
• 2019 में मसूद ने अफगानिस्तान शांति प्रक्रिया पर आपत्ति जताई थी। उसका मानना था कि यह सभी अफगानों के हितों का प्रतिनिधित्व नहीं करती है।
• साल 2019 में मसूद ने उत्तरी गठबंधन पर आधारित मुजाहिदीन नेताओं के एक नए गठबंधन के निर्माण की घोषणा की। इस गठबंधन ने 1990 के दशक में तालिबान का विरोध किया था। अमेरिका की सैन्य वापसी से पहले मसूद का का उत्तरी गठबंधन एक स्वतंत्र सैन्य बल बन गया।
• आज 2021 के तालिबान आक्रमण के दौरान अधिकांश प्रांतों ने तालिबान के सामने आत्मसमर्पण कर दिया। लेकिन मसूद और अफगानिस्तान के प्रथम उपराष्ट्रपति अमरुल्ला सालेह ने पंजशीर में मुलाकात की और तालिबान के शासन को अस्वीकार करने की घोषणा की।
• मसूद ने अमेरिकी प्रेस में अपनी सेना के लिए सैन्य समर्थन की अपील की है। उन्होंने महिलाओं के अधिकारों की रक्षा करने और अंतरराष्ट्रीय आतंकवादियों के लिए अफगानिस्तान की जमीन का दुरुपयोग ना होने देने का एलान किया है।
• अगस्त 2021 को उन्होंने तालिबान से सत्ता साझाकरण का समझौता नहीं होने पर संभावित गृहयुद्ध की चेतावनी दी। मसूद ने कहा कि अब इन परिस्थितियों में युद्ध जरूरी था।
• अहमद मसूद ने कहा कि हमने सोवियत संघ को हराया है। हम तालिबान को भी हरा सकते हैं। सूत्रों के द्वारा कहा जा रहा है की मसूद तालिबान के साथ बातचीत करने की अपनी इच्छा भी व्यक्त की है।
“I am the son of Ahmad Shah Massoud; surrender is not part of my vocabulary.”
Ahmad Masood declares war on the Taliban and the Panjshir Valley stands tall.
The Northern Alliance takes shape and the resistance movement has begun.https://t.co/5JjjxfcZHr
— Major Gaurav Arya (Retd) (@majorgauravarya) August 22, 2021