म्यूचुअल फंड क्या है?म्यूचुअल फंड क्या है?

म्यूचुअल फंड क्या है: आज हमारे देश में निवेश के अनेको तरीके मौजूद है। इन्ही तरीकों में से एक है Mutual Fund. आज भारत जैसे विकासशील देश में लोग तेजी से शेयर बाजार की तरफ आकर्षित हो रहे हैं। इसी वजह से म्यूचुअल फंड में निवेश लगातार बढ़ रहा है। आज म्युचुअल फण्ड में निवेश से लोग अच्छा पैसा बना रहे है। आज हम आपको बताएँगे कि म्यूचुअल फंड क्या है? और आसान भाषा में जानिए Mutual Fund की पूरी जानकारी!

 

म्यूचुअल फंड क्या है?

Mutual Fund बाजार में निवेश का एक तरीका है। म्यूचुअल फंड में फण्ड हाउस द्वारा अनेकों निवेशकों से पैसा इकट्ठा करके इन पैसों को शेयरों,गोल्ड और बॉन्ड मार्केट में निवेश किया जाता है। निवेशकों को उसके पैसे के हिसाब से म्युचुअल फण्ड की यूनिट आवंटित की जाती हैं। अगर आप शेयर बाजार का कम ज्ञान रखते है तो भी आप म्यूचुअल फंड में निवेश के जरिये अच्छा पैसा कमा सकते है। क्योकि आपका निवेश शेयर मार्केट के अनुभवी और पेशेवर फंड मैनेजर द्वारा मैनेज किया जाता है। एक्सपर्ट का मानना है कि लंबी अवधि के निवेश पर म्यूचुअल फंड से काफी अच्छा मुनाफा कमाया जा सकता है।

 

म्यूचुअल फंड के प्रकार

भारत में Mutual Fund के कई प्रकार होते है। आपको बता दें की म्यूचुअल फंड हाउसेज द्वारा निवेश के तरीकों और निवेश की जगह के आधार पर म्यूचुअल फंड के प्रकार की विवेचना की जाती है। भारत में निम्नलिखित प्रकार के Mutual Fund होते है।

  1. इक्विटी फंड
  2. डेट फंड
  3. बैलेंस फंड
  4. मनी मार्केट फंड
  5. गिल्ट फंड

 

इक्विटी फंड (Equity fund)

Equity fund scheme में म्युचुअल फण्ड हॉउस द्वारा निवेशकों से इकठ्ठा की गई राशि का ज्यादातर हिस्सा इक्विटी शेयर में निवेश कर देती है। आपको बता दें कि इक्विटी फंड स्कीम सबसे ज्यादा हाई रिस्क वाली होती हैं क्योकि इसमें निवेशकों का ज्यादातर पैसा शेयर बाजार में फंसा रहता है। लेकिन इस स्कीम में फायदा होने की संभावना भी अन्य के मुकाबले अधिक होता है। Equity fund scheme लम्बे समय तक निवेश करने वाले निवेशकों के लिए उपयोगी होती है।

 

डेट फंड (Debt Funds)

Debt Funds scheme में म्युचुअल फण्ड हॉउस द्वारा निवेशकों से इकठ्ठा की गई राशि का ज्यादातर हिस्सा कॉरपोरेट ऋण स्कीम, सरकारी स्कीम, आदि में निवेश किया जाता है। आपको बता दें की डेट फंड स्कीम उन निवेशकों के लिये सही होती है जो ज्यादा रिस्क नहीं लेना चाहते। Debt Funds scheme में आपके पैसे सेफ रहते हैं और आपके पैसा वापस होने की संभावना रहती है।

 

बैलेंस फंड (balance fund)

Balance Funds scheme को हाइब्रिड फंड स्कीम भी कहा जाता है। इसमें म्युचुअल फण्ड हॉउस द्वारा निवेशकों से इकठ्ठा की गई राशि को इक्विटी और डेब्ट दोनों में निवेश किया जाता है। आपको बता दें की बैलेंस फंड स्कीम का मकसद काम समय में ज्यादा पैसा बनाना होता है। Balance Funds scheme में फण्ड हॉउस जल्दी पैसे बढ़ाने के लिए शेयर मार्केट में पैसा डालती है। और आपका पैसा सेफ रहे इसलिए इसका कुछ हिस्सा कॉरपोरेट ऋण स्कीम, सरकारी स्कीम आदि में निवेश किया जाता है।

 

मनी मार्केट फंड (money market fund)

Money market mutual funds में म्युचुअल फण्ड हॉउस द्वारा निवेशकों से इकठ्ठा की गई राशि का ज्यादातर हिस्सा सर्टिफिकेट ऑफ डिपॉजिट, ट्रेज़री एंड कमर्श‍ियाल पेपर, आदि स्कीम में निवेश किया जाता है।मनी मार्केट फंड में निवेशकों का पैसा सुरक्ष‍ित व शॉर्ट-टर्म स्कीम में लगाया हटा है।

 

गिल्ट फंड (gilt fund)

Gilt Funds scheme में म्युचुअल फण्ड हॉउस द्वारा निवेशकों से इकठ्ठा की गई राशि को सरकारी योजनाओं में लगाया जाता है। आपको बता दें कि गिल्ट फंड को सबसे ज्यादा सुरक्ष‍ित निवेश माना जाता है। इसका सुरक्ष‍ित होने का प्रमुख कारण गिल्ट फंड स्कीम में सरकार की हिस्सेदारी है। इसलिये Gilt Funds scheme का पैसा डूबने का खतरा बहुत काम होता है।

 

Mutual Fund kya hai?
Mutual Fund kya hai?

 

Mutual Fund की पूरी जानकारी!

म्यूचुअल फंड के जरिये में एक ही फंड में कई लोगों का पैसा लगाया जाता है। म्यूचुअल फंड की किसी भी स्कीम में कई अलग-अलग निवेशकों से पैसा इकट्ठा करके उसे शेयरों, गोल्ड और बॉन्ड मार्केट में निवेश किया जाता है। निवेशकों को उनके निवेश किये गए पैसे के अनुसार म्युचुअल फंड्स की यूनिट आवंटित की जाती है। आवंटित की गई यूनिट के अनुपात के आधार पर इससे होने वाले मुनाफे को म्यूचुअल फंड हाउसेज द्वारा निवेशकों में बांटा जाता है। आइये जानते है Mutual Fund की पूरी जानकारी!

 

Mutual Fund निवेश के फायदे

वैसे तो भारत में निवेश के कई तरीके मौजूद है। लेकिन पिछले कुछ वर्षों में म्युचुअल एक बहुत ही अच्छा विकल्प बनाकर उभरा है। क्योकि इसमें आप अपनी सुविधा के अनुसार निवेश की कोई भी स्कीम ले सकते है। म्यूचुअल फंड में निवेश के निम्नलिखित फायदे है।

  • शानदार रिटर्न
  • छोटी राशि से निवेश करने की अनुमति
  • निवेश के अनेक तरीके
  • विविध पोर्टफोलियो
  • इक्विटी लिंक्ड सेविंग स्कीम्स से कर लाभ
  • किसी विशेष ज्ञान की जरूरत नहीं

 

म्युचुअल फण्ड निवेश क्यों सही है?

Mutual Fund की सबसे अच्छी बात होती है कि इसमें छोटा से छोटा निवेशक भी काम पैसे से निवेश सुरु कर सकता है। म्यूचुअल फंड में आपको फंड का प्रबंधन करने या बाजार के प्रदर्शन की निगरानी करने की आवश्यकता नहीं होती है। ये काम आपके लिए फण्ड हाउस द्वारा अनुभवी फंड मैनेजर करते हैं। नुभवी फंड मैनेजर ही आपका निवेश प्रबंधन करते हैं और निवेश का निर्णय भी लेते हैं। इसलिए म्युचुअल फण्ड सही है।

 

FAQs: म्यूचुअल फंड क्या है?

Q: म्यूचुअल फंड का अर्थ क्या है?
Ans: जैसा की नाम से ही स्पष्ट है कि म्यूचुअल फंड एक ऐसा फंड होता है जिसमे कई लोगों का पैसा लगाया जाता है। और इन पैसों को शेयरों, गोल्ड और बॉन्ड मार्केट में निवेश किया जाता है।

Q: म्यूचुअल फंड कितने प्रकार के होते हैं?
Ans: निवेश के आधार पर म्यूचुअल फंड प्रमुख तीन प्रकार के होते है।(इक्विटी फंड, डेट फंड, हाइब्रिड फंड)

Q: भारत का पहला म्यूचुअल फंड कब आया था?
Ans: भारत का पहला म्यूचुअल फंड 1963 में यूनिट ट्रस्ट ऑफ इंडिया के रूप में आया था।

Q: Mutual Fund kya hai?
Ans: Mutual Fund बाजार में निवेश का एक तरीका है। इसमें निवेशकों का पैसा फण्ड मैनेजर द्वारा अलग-अलग क्षेत्र में लगाया जाता है जिससे निवेशकों को ज्यादा लाभ मिल सके।

 

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Disclaimer: The above data is for your information only. Our aim is only to provide you the correct information. We do not recommend buying and selling of any kind. Let us tell you that Mutual Fund investments are subject to market risks. Read all scheme related documents carefully.