Kisan Andolan In UP: उत्तर प्रदेश के मुजफ्फरनगर में किसानों की महापंचायत के नाम पर तथाकथित किसान नेता राकेश टिकैत ने प्रधानमंत्री मोदी के साथ साथ उत्तर प्रदेश के CM योगी आदित्यनाथ पर हमला बोलते हुए कहा की कि इन्हे आने वाले चुनाव में हमें सबक सिखाना होगा। राकेश टिकैत ने ये भी कहा की उनका संयुक्त मोर्चा योगी हो हारने के लिए वे उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में बड़ी-बड़ी मीटिंग करेगा।
आपको बता दे की पिछले दिल्ली चुनाव के समय CAA और NRC को लेकर एक आंदोलन किया गया था। जिसके तहत पूरी दिल्ली कई महीने तक बंधक बन गई थी। आपको बता दे की ये आंदोलन दिल्ली चुआव के बाद ढीला पड गया था और बाद में एक दंगे का रूप ले लिया। जिसके बाद दिल्ली मजहबी दंगो में झुलस गई थी। अब CAA आंदोलन की तर्ज पर ये आंदोलन चल रहा है। आगे देखते है ये किसान आंदोलन कब तक चलेगा।
टिकैत के निशाने पर CM योगी ही क्यों!
जैसे जैसे समय बीतता जा रहा है राकेश टिकैत की अगुआई वाले संयुक्त किसान मोर्चे द्वारा चलाये जा रहे तथाकथित किसान आंदोलन का असली चेहरा सामने आता जा रहा है। इस समय राकेश टिकैत अपना पूरा दमखम इस किसान आंदोलन को उत्तर प्रदेश की तरफ मोड़ने पर लगा रहे है। अब तो टिकैत खुलकर योगी के खिलाफ वोट मांगते नजर आ रहे है।
आपको बता दे की कुछ की महीने बाद अगले साल उत्तर प्रदेश में बिधानसभा के चुनाव होने वाले है। मौजूदा समय के ओपिनियन पोल के मुताबिक उत्तर प्रदेश में योगी शानदार वापसी करते हुए दिखाई दे रहे है। अब यही आंकड़े विपक्ष और आंदोलन को फंडिंग देने वालो के लिए सिरदर्द बने हुए है और वे CM योगी को चुनौती देने के लिए तथाकथित किसान आंदोलन का सहारा ले रहे है।
उत्तर प्रदेश चुनाव के लिए प्लांट किया गया है ये किसान आंदोलन!
अगर आप मौजूदा किसान आंदोलन की क्रोनोलोजी को समझेंगें तो आपको पता चलेगा की ये किसान आंदोलन पूरी तरह उत्तर प्रदेश चुनाव के लिए प्लांट किया गया है। टिकैत के योगी आदित्यनाथ के खिलाफ वोटिंग वाले बयान से ये साफ़ हो जाता है की टिकैत को उत्तर प्रदेश में पैर ज़माने के लिए उनके राजनैतिक आकाओ का आदेश मिल चूका है। और वे अब लखनऊ में राजनीतिक आंदोलन करने के लिए तैयार हो रहे है।
जैसे-जैसे किसान आंदोलन आगे बढ़ रहा है और इसके पीछे की साजिश और इसके शाजिशकर्ता सामने आ रहे है। अब तो खुलेआम खालिस्तान के सपोर्ट में पोस्टर लहराए जा रहे है और खलिस्तानिओं का मंच से गुड़गान किया जा रहा है। पूरा का पूरा आंदोलन आज अलगाववाद की राजनीती की भेट चढ़ गया है और इसके पीछे सिर्फ और सिर्फ देश तोड़ने वाली अलगाववादी शक्तिओं का हाथ है।
पूरी तरह से राजनैतिक है टिकैत का किसान आंदोलन!
संयुक्त मोर्चे के किसान आंदोलन की शुरुआत कृषि बिल की वापसी की मांग के साथ हुई थी। लेकिन आगे चलकर ये पूरी तरह राजनैतिक हो गई और इसमें सभी विपक्षी नेता प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष रूप शामिल हो गए। अब जहा-जहा चुनाव हो रहे है वहाँ-वहाँ संयुक्त मोर्चे के आंदोलनकारिओं को भेजा जा रहा है। और किसान संगठन से जुड़े हुए सभी शीर्ष नेता सिर्फ अपनी राजनैतिक रोटियां सेंक रहे है।
किसान संयुक्त मोर्चे के नेता राकेश टिकैत द्वारा चलाया जा रहा आंदोलन अब कुछ पार्टिओं के लिए वोट बैंक बनकर रह गया है। अब सिर्फ भोले भले किसानो को आंदोलन के नाम पर गुमराह किया जा रहा है और उन्हें भारतीय जनता पार्टी के खिलाफ वोट करने के लिए प्रेरित किया जा रहा है।
राकेश टिकैत लड़ चुके है लोकसभा चुनाव
राकेश टिकैत अजीत सिंह की पार्टी राष्ट्रीय लोक दल के टिकट पर 2014 का लोकसभा चुनाव भी लड़ चुके है। उन्हें केवल 9000+ वोट ही हासिल हुए थे और वे बुरी तरह हारकर अपनी जमानत भी नहीं बचा पाए थे। इसी से अंदाजा लगाया जा सकता है की राकेश टिकैत की महत्वकांछा इस आंदोलन से कही बड़ी है। और वे राजनैतिक व्यक्ति है। इसलिए आम लोगों का मानना है की टिकैत ये सब कुछ राजनैतिक फायदे के लिए कर रहे है।
CM योगी चेतावनी बर्दास्त नहीं किया जायेगा कानून से खिलवाड़!
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने टिकैत के लखनऊ घेरने वाले बयान पर कड़ी प्रतिक्रिया व्यक्त की है। उन्होंने कहा की यदि कोई कानून के दायरे में रहकर आता है तो उसका स्वागत है। लेकिन अगर कोई कानून और संबिधान का उलंघन करेगा तो उसके साथ उचित कार्यवाही की जाएगी।
उत्तर प्रदेश की भारतीय जनता पार्टी की इकाई ने राजेश टिकैत (Rakesh Tikait ) के तथाकतित किसान आंदोलन पर एक कार्टून ट्वीटर पर शेयर किया। इस कार्टून में दर्शाया है की राकेश टिकैत कैसे दिल्ली को बालों से खींचते हुए उत्तेर प्रदेश की तरफ बढ़ रहे है। लेकिन रस्ते में उन्हें एक बाहुबली मिलता है जो उनसे कहता है कि” सुना है लखनऊ जा रहे हो तुम, किसी से पन्गा न लियो भाई, वहां योगी बैठा है बक्कल तार दिया करे और पोस्टर भी लगवा दिया करे”
वही इस कार्टून में ऊपर योगी को राकेश टिकैत का बाल पकड़कर वापस दिल्ली की ओर ले जाते दिखाया गया है। उत्तर प्रदेश भारतीय जनता पार्टी की इकाई ने ट्वीटर पर ओ भाई जरा संभल कर जइयो लखनऊ में… के हेडिंग के साथ इसको शेयर किया है। अब इस कार्टून के आते ही बवाल मच गया है और विपक्ष की तरफ से तीखी प्रतिक्रिया आ रही है।