Kadambini Ganguly को उनके 160वें जन्मदिन के मौके पर आज गूगल ने Google Doodle में मेडिकल हॉस्पिटल के साथ कादंबिनी गांगुली का एक स्केच बनाकर उन्हें याद किया। Kadambini Ganguly Google Doodle गूगल के मुख्य पृष्ठ पर देखा जा सकता है। तो आइये जानते है कौन थी कादंबिनी गांगुली जिसका गूगल डूडल बनाकर किया याद।
आपको बता दे की अक्सर गूगल किसी ख़ास मौके या किसी व्यक्ति विशेष के लिए कोई न कोई डूडल जरूर बनाता है और लोगो को उनके बारे अपने डूडल के जरिये लोगों संदेश देता है। इसी कड़ी में आज 18 जुलाई दिन रविवार को गूगल ने भारत में प्रशिक्षित होने वाली पहली महिला कादंबिनी गांगुली को उनके 160वें जन्मदिन पर गूगल डूडल बनाकर याद किया।
कौन थी कादंबिनी गांगुली?
कादंबिनी गांगुली गूगल भारत में चिकित्सक के रूप में प्रशिक्षित होने वाली पहली महिला डॉक्टर थी। एक डॉक्टर साथ-साथ Kadambini Ganguly महिला मुक्ति की एक मुखर कार्यकर्ता और एक स्वतंत्रता सेनानी भी थीं। कादंबिनी गांगुली और उनकी एक साथी चंद्रमुखी बसुइन भारतीय इतिहास में स्नातक करने वाली पहली महिला स्नातक भी बनी थी।
उनका जन्म 18 जुलाई, 1861 को भागलपुर में हुआ था जो उनके जन्म के समय ब्रिटिश भारत का हिस्सा था और अब बांग्लादेश का हिस्सा है। उनके पिता ब्रज किशोर बसु भारत के पहले महिला अधिकार संगठन के सह-संस्थापक थे। जब इनके पिता ने इन्हे स्कूल भेजा उस समय भारतीय महिलाओं के लिए शिक्षा ग्रहण करना एक सामान्य बात थी।
डॉक्टर बन रचा इतिहास
Kadambini Ganguly ने 1886 में ग्रेजुएट की उपाधि प्राप्त कर पुनः एक शिक्षित डॉक्टर बनने वाली पहली भारतीय महिला के रूप में इतिहास रच दिया। वे कुछ दिनों तक इंग्लैंड (United Kingdom) में काम किया। United Kingdom में उन्होंने स्त्री रोग में विशेषज्ञता हासिल की और तीन अतिरिक्त डॉक्टरेट प्रमाणपत्र भी अर्जित किए। गांगुली 1890 के दशक में भारत लौट आई और अपनी निजी प्रैक्टिस सुरु की।
उनके जीवन पर बानी TV Series “Prothoma Kadambini”
2020 में गांगुली के जीवन पर आधारित एक टेलीविजन सीरीज “प्रोथोमा कादंबिनी” भी बनाई है जिसने उनकी प्रेरणादायक कहानी बताकर उनकी विरासत को फिर से जिन्दा कर दिया। प्रोथोमा कादंबिनी टेलीविजन सीरीज ने उनके संघर्ष और परिश्रम की कहानी को आम लोगों तक पहुंचाया।
पति ने डॉक्टर बनाने के लिए प्रेरित किया
कादंबिनी गांगुली ने 1883 में प्रोफेसर और सामाजिक कार्यकर्ता द्वारकानाथ गांगुली से शादी की। उन्हें डॉक्टरी करने और मेडिकल में डिग्री हासिल करने के लिए उनके पति द्वारकानाथ ने ही प्रोत्साहित किया। उन्होंने 1886 में कलकत्ता मेडिकल कॉलेज(Calcutta Medical College) से स्नातक की उपाधि हासिल की और ऐसा करने वाली वो पहली भारतीय-शिक्षित डॉक्टर के रूप में एक इतिहास रच दिया।
03 अक्टूबर 1923 को 62 वर्ष की उम्र में कादंबिनी गांगुली का कोलकाता में जिधन हो गया।
इन्होने भी किया याद :
Remembering Dr. #KadambiniGanguly, one of the first Indian female doctors to practice the degree of modern medicine, on her 160th birth anniversary. pic.twitter.com/Q9C2Nxn46f
— MyGovIndia (@mygovindia) July 18, 2021
Today we honour Kadambini Ganguly for inspiring generation of Indians to aspire for greatness. She was not only one of the first female graduates from India but also among the first women to practice western medicine in all of South Asia. pic.twitter.com/bv1ZQTo1HZ
— Congress (@INCIndia) July 18, 2021
Remembering Dr. #KadambiniGanguly, the first woman to be trained as a physician in India, on her birth anniversary. She was the first woman to get admission to Calcutta Medical College, from where she graduated in 1886. (1/2) pic.twitter.com/KbseYQtAXa
— Ministry of Culture (@MinOfCultureGoI) July 18, 2021