Quad Summit 2021 का आयोजन 12 मार्च को संपन्न हुआ जिसमे 4 देशों के शीर्ष नेताओं ने आज पहली बार डिजिटल शिखर वार्ता के जरिए भाग लिया। इस शिखर वार्ता में भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, ऑस्ट्रेलियाई प्रधानमंत्री स्कॉट मॉरिसन, जापान के प्रधानमंत्री योशिहिदे सुगा और अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडन ने हिस्सा लिया।
सभी चारो नेताओं ने अपने क्षेत्रीय मुद्दों समेत वैश्विक समस्याओं पर भी चर्चा की। आज The Viral News Live की टीम इसी विषय पर आपको विस्तार से बताएगी की Quad Summit क्या है और Quad Summit का गठन क्यों हुआ ?
Quad Summit क्या है?
What is Quad Summit?
Quad Summit में Quad का Full Farm “Quadrilateral Security Dialogue” है। Quadrilateral Security Dialogue यानि Quad के अंतर्गत चार देश आते है जिसमे भारत, जापान, ऑस्ट्रेलिया और अमेरिका है। Quad का मकसद एशिया प्रशांत के क्षेत्र में शांति और शक्ति की बहाली करना है और एशिया में शांति का संतुलन बनाए रखना है।
क्वाड समिति की शुरुआत के लिए 2007 में जापान के तत्कालीन प्रधानमंत्री शिंजो अबे द्वारा क्वाड का प्रस्ताव पेश किया गया था और इस प्रस्ताव को समर्थन भारत, अमेरिका और आस्ट्रेलिया ने किया था। Quad देशो के विदेश मंत्रियों की पहली मीटिंग साल 2019 में हुई थी। ये पहली बार है जान Quad Summit में सभी सदस्य देशो के शासनाध्यक्ष भाग ले रहे है।
Quad Summit का गठन क्यों हुआ ?
Why was the Quad Summit formed?
पूरी दुनिया जानती है की चीन एशिया प्रशांत क्षेत्र में अपना प्रभाव बढ़ाने के लिए लगातार प्रयास कर रहा है और वह अपने पड़ोसिओं के साथ सीमा विवाद को लेकर आक्रामक रुख अपनाये है ये भी Quad के गठन के प्रमुख कारणों में से एक है और चाइना को चुनौती देने के लिए बना क्वाड्रीलेटरल सिक्योरिटी डायलॉग (QUAD/क्वाड) अब एक संगठित रूप ले रहा है।
इसके साथ ही क्वाड देशों का मुख्य उद्देश्य एक स्वतंत्र और समावेशी क्षेत्रीय विकाश और अपनी वास्तुकला को एक दूसरे के साथ साझा करना है और उसे बढ़ाना है ताकि उसकी पहुंच आम जनमानस तक बढ़ाई जा सके।
आखिर QUAD से चीन क्यों है परेशान?
Why is China upset with QUAD?
क्वाड्रीलेटरल सिक्योरिटी डायलॉग (QUAD/क्वाड) की वजह हमेशा से ही परेशान रहता है क्योकि China को लगता है कि QUAD में शामिल चारो शक्तिशाली देश भारत, अमेरिका और जापान मिलकर उसके खिलाफ रणनीतिक साजिश कर रहे हैं।
China को हमेशा ये डर बना रहता है कि क्वाड समुद्र में चीन के आसपास के इलाके में अपने वर्चस्व को बढ़ाना रहा है और भविष्य में किसी युद्ध की स्थित में चीन को टारगेट किया जा सकता है। चीनहमेसा से ही QUAD को अपने खिलाफ अमेरिका की साजिश के तौर पर देखता आया है और चीन को डर ये रहता है कि America कही क्वाड के माध्यम से उसके अस्तित्व को मिटा सकता है।
Quad Summit 2021: किसने क्या कहा ?
क्वाड समिट की डिजिटल वार्ता में मौजूद सभी चारो राष्ट्राध्यक्षो ने अपने अपने विचार प्रकट किये। आइये आपको बताते है की किस देश के प्रमुख ने क्या कहा।
Quad Summit 2021 में नरेंद्र मोदी ने क्या कहा?
Narendra Modi speech in Quad Summit 2021
इस समिट में PM मोदी ने कहा कि हमें कोरोना वैक्सीन, जलवायु परिवर्तन और उभरती प्रौद्योगिकियों जैसे क्षेत्रों को कवर करके क्वॉड को मजबूत बनाना है। इसके बाद उन्होंने कहा कि मैं इस सकारात्मक दृष्टि को भारत के प्राचीन दर्शन ‘वसुधैव कुटुम्बकम’ के विस्तार के रूप में देखता हूँ। वह दृष्टि जो दुनिया को एक परिवार के रूप में मानती है। हम साझा मूल्यों को आगे बढ़ाने, धर्मनिरपेक्ष, स्थिर और समृद्ध इंडो-पैसिफिक बनाने के लिए मिलकर काम करेंगे।
Quad Summit 2021 में जो बाइडेन ने क्या कहा?
Joe Biden speech in Quad Summit 2021
अमेरिकी राष्ट्रपति Joe Biden ने कहा की हमारे बीच आपसी सहयोग को बढ़ाने में ‘क्वाड’ एक नया तंत्र बनकर उभरा है। साथ ही उन्होंने चीन के सन्दर्भ में स्पष्ट कहा, कि हम अपनी प्रतिबद्धताओं को जानते हैं। हमारा क्षेत्र अंतरराष्ट्रीय कानून द्वारा संचालित है। हम सभी सार्वभौमिक मूल्यों के लिए प्रतिबद्ध है और किसी दबाव से मुक्त हैं। मैं हमारी संभावना के बारे में आशावादी हूँ। साथ ही जो बिडेन ने ये भी कहा कि क्वाड हिंद-प्रशांत क्षेत्र में एक महत्वपूर्ण क्षेत्र होने जा रहा है और मैं आने वाले वर्षों में आप सभी के साथ मिलकर काम करने के लिए उत्सुक हूँ।
Quad Summit 2021 में स्कॉट मॉरिसन ने क्या कहा?
Scott Morrison speech in Quad Summit 2021
ऑस्ट्रेलिया के PM Scott Morrison ने अपने speech की शुरुआत नमस्ते से करते हुए कहा कि हम चारों देश को एक नया भविष्य तैयार करना चाहिए और समावेशी हिंद प्रशांत क्षेत्र को बनाए रखने के लिए आपस में सहयोग करना चाहिए साथ ही उन्होंने ये भी कहा कि इंडो-पैसिफिक अब 21 वीं सदी में दुनिया के भाग्य का निर्धारण करेगा। चीन पर परोक्ष रूप से निशाना साधते हुए PM स्कॉट मॉरिसन ने कहा कि महान लोकतंत्रों के चार नेताओं के रूप में हमारी साझेदारी शांति, स्थिरता और समृद्धि का प्रतीक है।