मानसून सत्र से पहले आज Pegasus phone tapping case का मुद्दा पुरे देश में छाया हुआ है जहा एक तरफ कांग्रेस ने सरकार पर नेताओ और पत्रकारों की जासूसी का आरोप लगाया वही दूसरी तरफ सरकार ने इन आरोपों को बेबुनियाद और आधारहीन करार देते हुए विपक्ष पर मानसून सत्र में व्यवधान डालने की कोशिस बताया।
आज सरकार और पार्टी की तरफ से पूर्व केंद्रीय मंत्री रवि शंकर प्रसाद (Ravi Shankar Prasad) ने मोर्चा संभाला और प्रेस कॉन्फ्रेंस कर कांग्रेस और सभी विपक्षी दलों पर जमकर निशाना साधा। रवि शंकर प्रसाद अपने पुराने रंग में दिखे और विपक्ष को नसीहत देते हुए उनपर जोरदार प्रहार किये।
Pegasus phone tapping case
क्या कहा रवि शंकर प्रसाद ने?
मिडिया से बात करते हुए पूर्व केंद्रीय मंत्री रवि शंकर प्रसाद (Ravi Shankar Prasad) ने कहा कि कांग्रेस पार्टी का इतिहास हमेशा से आधारहीन और बेबुनियाद आरोप लगाने का रहा है। उन्होंने हरियाणा की उस घटना का जिक्र किया जब राजीव गांधी के आस पास दो सिपाही देखे जाने से कांग्रेस ने केंद्र में चंद्रशेखर की सरकार गिरा दी थी। उन्होंने कहा कि बीजेपी कांग्रेस के इन सारे आरोपों को सिरे से खारिज करती है।
रवि शंकर प्रसाद ने कांग्रेस की ओर से सरकार पर कथित पेगासस प्रोजेक्ट (Pegasus Project) चलाने के आरोप आधारहीन बताया और कहा की ये आरोप स्तरहीन हैं। रवि शंकर प्रसाद ने कांग्रेस को इतिहास याद दिलाते हुए से सवाल पूछा कि वित्त मंत्री रहे प्रणब मुखर्जी ने उस वक्त के गृह मंत्री चिदम्बरम के खिलाफ स्नूपिंग का आरोप लगाया था उस बारे में कांग्रेस का क्या कहना है? साथ ही वर्ष 2013 में हजारों लोगों के फोन की टैपिंग होती थी उसपर कांग्रेस क्या कहती है?
जानबूझकर मानसून सत्र के समय सदन को disrupt करने और देश में बेबुनियाद agenda खड़ा करने की कोशिश की जा रही है और इसका कारण यह है कि कांग्रेस पार्टी अब सिमट रही है और हार रही है। pic.twitter.com/2HpsPA4Hwc
— Ravi Shankar Prasad (@rsprasad) July 19, 2021
मानसून सत्र में बढ़ा डालने की शाजिश
रवि शंकर प्रसाद ने Pegasus phone tapping case को मानसून सत्र में बाधा डालने की शाजिश बताया। उन्होंने कहा कि फोन टैपिंग के नाम पर जानबूझ कर सदन में बाधा डालने और बेबुनियाद एजेंडा खड़ा करने की कोशिश की जा रही है क्योकि अब बेहद ही निचले स्तर की राजनीति हो रही है।
भारत का मजबूत है कानूनी ढांचा
Pegasus phone tapping case पर पूर्व केन्दीय मंत्री रवि शंकर प्रसाद ने कहा कि भारत में एक मजबूत कानूनी ढांचा है जिसमे किसी के फोन की टैपिंग के लिए एक क़ानूनी प्रक्रिया दी गई है जिसे फॉलो करना पड़ता है। रवि शंकर प्रसाद ने कहा कि जो भी लोग सरकार पर फोन सर्विलांस के आरोप लगा रहे हैं वे खुद भी विश्वास के साथ सबूत नहीं दे पा रहे हैं।
सरकार के खिलाफ माहौल बनाने की कोशिस
रवि शंकर प्रसाद ने कहा कि ऐसा लगता है कि दुनिया में तेजी से उभर रहे भारत के खिलाफ एक माहौल बनाने की कोशिश हो रही है जिसमे हमारे यहाँ के कुछ लोग शामिल है। उन्होंने कहा कि भारत में जिस तेजी के साथ वैक्सीनेशन हो रहा है तथा भारत में सबसे ज्यादा FDI क्यों आ रही है इससे भी कुछ लोगों को परेशानी हो रही है कि भारत ऐसा कैसे कर पा रहा है।
Those who have broken the story themselves did not claim that a presence of a particular number in the database does not confirm that it is infected with Pegasus.
It is important to reveal all these facts in front of the nation. pic.twitter.com/mNorgBcDhW— Ravi Shankar Prasad (@rsprasad) July 19, 2021
भारत के राजनीति में कुछ सुपारी एजेंट मौजूद
विपक्ष पर तीखा हमला बोलते हुए रवि शंकर प्रसाद ने कहा की क्या भारत की राजनीति में कुछ लोग सुपारी एजेंट है? और यही बात उन्होंने पुनः दोहराई और कहा की ये मैं सोच समझ कर बोल रहा हूँ। उन्होंने कहा की हमारी राजनीति में कुछ सुपारी एजेंट है जो इस तरह की फर्जी खबरें फैलाकर अपने ही देश की छवि को खराब करने की कोशिश कर रहे हैं।
कांग्रेस पार्टी का स्तर गिरा चूका है
Pegasus phone tapping case पर रवि शंकर प्रसाद ने कहा कि कांग्रेस पार्टी का स्तर गिर चूका है और ऐसा हो गया है कि उसके बारे में अब क्या कहना। उन्होंने कहा की कांग्रेस सरकार से ऊरी सर्जिकल स्ट्राइक पर सबूत मांगती आई है और चीन के साथ भी गलवान पर जो उसका रुख है वो आज सबके सामने है और पूरा देश जनता है।
the wire पर भी किये हमले!
अब बड़ी बात ये है कि कथित पेगासस प्रोजेक्ट का मामला मानसून सत्र शुरू होने के ठीक एक दिन पहले कैसे सामने आया। रवि शंकर प्रसाद ने ये भी कहा कि इस मामले में रिपोर्ट तैयार करने वाली संस्था की बहुत सी कहानिया गलत हो चुकी है यानि उन्होंने फेक न्यूज़ का आरोप लगाया और कहा क़ि उन्होंने एक जज के बारे में झूठी कहानी गढ़ी थी, जो बाद में झूठी निकली।