मध्य प्रदेश में कांग्रेस सेवादल जो कांग्रेस की ही एक इकाई है की ओर से बांटी गई सावरकर पर लिखी एक किताब पर विवाद हो गया है कांग्रेस के द्वारा बाटी गई इस किताब का टाइटल है ‘वीर सावरकर कितने वीर’ और इस किताब में सावरकर के बारे में आपत्तिजनक बातें लिखी गई है !

क्या है विवाद की जड़ ?

आपको बता दे की भोपाल में आयोजित कांग्रेस के 10 दिवसीय ट्रेनिंग कैंप में सावरकर पर लिखी इस किताब को बांटा गया. इसमें महात्मा गांधी की हत्या के साथ साथ नाथूराम गोडसे और वीडी सावरकर का जिक्र किया गया है. कांग्रेस सेवादल की इस किताब में दावा किया गया है कि नाथूराम गोडसे और वीर सावरकर के बीच समलैंगिक संबंध थे.
इस किताब में बीर सावरकर पर कांग्रेस द्वारा बेहद ही घटिआ और निम्न स्तर की राजनीती की कई है. किताब में तो यहां तक कहा गया है की ब्रह्मचर्य धारण करने से पहले नाथूराम गोडसे का उसके राजनैतिक गुरु वीर सावरकर के साथ शारीरिक संबंध थे और यह सम्बन्ध समलैंगिक संबंध थे कांग्रेस यही तक नहीं रुकी उसने सावरकर पर और भी खिनौने इलज़ाम लगते हुए अपनी किताब में बताया है की सावरकर अल्पसंख्यक महिलाओं से बलात्कार करने के लिए लोगों को उकसाते थे.

पूरे देश में कांग्रेस सेवादल के इस नीच और घटिया हरकत की हो रही है कड़ी आलोचना !

अगर आप भी कांग्रेस सेवादल द्वारा बाटी गई इस किताब को पढेंगें तो आप भी कहेंगे की इस समय की कांग्रेस अब सभी मर्यादाओं को भुला चुकी है और अब राजनैतिक लड़ाई से परे देश के महान विभूतिओं जो की कांग्रेसी बिचारधारा के बिपरीत थे उनके ऊपर अनर्गल आरोप लगाने पर उतारू हो गई है.
वीर सावरकर के पोते रंजीत सावरकर ने सरकार से मांग की है कि राहुल गांधी पर आपराधिक कार्रवाई करे ताकि आगे से कोई भी इस तरह के अनर्गल बयानबाजी न कर सके न ही इसे प्रचारित किया जाये।
भारतीय जनता पार्टी और सावरकर के परपोते के इस पर सवाल उठाने के बाद अब शिवेसना सांसद संजय राउत ने भी कांग्रेस पर निशाना साधते हुए कहा कि वीर सावरकर एक महान व्यक्ति थे और एक महान व्यक्ति बने रहेंगे और जो उनके खिलाफ बात करता है, इससे पता चलता है कि उनके दिमाग में कितनी गंदगी भरी हुई हैं।