महाराष्ट्र मंत्रिमंडल का विस्तार किया गया जिसमे एनसीपी-कांग्रेस-शिव सेना गठबंठन सरकार के पहले कैबिनेट विस्तार में तीनों ही दलों से कुल 36 मंत्रियों ने शपथ ली. राज्यपाल भगत सिंह कोशियारी ने विधान भवन में आयोजित कार्यक्रम में सबसे पहले अजित पवार को डिप्टी सीएम की शपथ दिलाई और उसके बाद कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और पूर्व सीएम अशोक चव्हाण को कैबिनेट मंत्री के रूप में शपथ दिलाई गई . पहली बार बिधायक बने आदित्य ठाकरे को उद्धव ठाकरे का बेटा होने का इनाम मिला और वो भी कैबिनेट मंत्री बनाये गए !

मंत्री पद के इस बटवारे में तीनो पार्टिओ के कुछ बरिष्ठ नेता नाराज़ बताये जा रहे है. एनसीपी के एक नेता ने तो अपना त्यागपत्र भी सौप दिया वही उद्धव ठाकरे के करीबी संजय राउत भी नाराज़ दिखाई दिए। जब एक पत्रकार ने उनसे सवाल किया की बागी रहे अजीत पवार को डिप्टी CM क्यों बनाया गया इस सवाल पर राउत ने कहा ये फैसला अजीत पवार का है, तो अब क्या ये समझा जाये की सरकार उद्धव नहीं शरद पवार चला रहे है।
शपथ लेने वाले मंत्रियों में 3 निर्दलीय विधायक भी हैं, जो पहले ही शिवसेना को समर्थन कर चुके है इस बार उन्हें शिवसेना के कोटे से मंत्री बनाया है.