JNU का पूरा सच बताने की हिम्मत आज अधिकतर मीडिया संस्थानों में नहीं है क्यों कोई इस पर बात नहीं करना चाहता की हिंसा क्यों हुई और शुरू किसने की? क्यों सिर्फ बामपंथी छात्रों को ही मीडिया में कवरेज मिल रहा है? आपका ये जानना बहुत जरूरी है की ये सब क्यों हुआ और किसने सुरु किया।
JNU में हिंसा शुरू किसने की और वजह क्या है?
आपको बता दे की पिछले दिनों JNU में फीस में बढ़ोतरी की थी जिसका JNU के बामपंथी संगठनो ने विरोध किया था और सभी छात्रों से कहा था की रजिस्ट्रशन न कराये जब तक की बढ़ी हुई फीस वापस न हो। हिंसा वाले दिन JNU में रजिस्ट्रशन की आखिरी तारिख थी और उस दिन बड़ी संख्या में छात्र रजिस्ट्रेशन के लिए पहुंचे थे जिसका बामपंथीओ ने बिरोध किया तथा उन्हें रोकने की कोशिश की और जब रजिस्ट्रशन करने गए छात्रों ने नहीं माना तो उनके साथ मारपीट भी की गई।
सबसे पहले बामपंथिओं ने JNU में लगे सारे कैमरे तोड़ डाले फिर रजिस्ट्रेशन सर्वर को तोड़ने की कोशिश की गई जिससे की रजिस्ट्रेशन प्रक्रिया को रोका जा सके। JNU की छात्र संघ अध्यक्ष आइशी घोष भी नकाबपोश लोगो के साथ हिंसा में शामिल दिखी जिनका ताल्लुक भी बामपंथी संगठन से है।
अध्यक्ष आइशी घोष समेत 9 लोगों JNU में हुई हिंसा में शामिल !
दिल्ली पुलिस ने JNU की छात्र संघ अध्यक्ष आइशी घोष समेत 9 लोगों को JNU में हुई हिंसा के लिए चिन्हित किया। दिल्ली पुलिस की ओर से बताया जा रहा है की इन 9 लोगो में 7 बामपंथी संगठनो के और 2 ABVP के है।